Ravi Kumar Sihag Biography in Hindi | रवि कुमार सिहाग जीवन का परिचय

Ravi Kumar Sihag: एक अच्छा लाइफस्टाइल जीना हर किसी को अच्छा लगता है साथ ही अगर आईएएस ऑफिसर की बात की जाए तो उनका रुतबा है अलग होता है। क्योंकि एक आईएएस ऑफिसर एक पूरे जिला को संभालता है और आईएस बनना बहुत गर्व की बात है। इसीलिए आज के इस लेख में Ravi Kumar Sihag Biography in Hindi के बारे में जानने वाले हैं।

जैसा की आप सभी को पता होगा कि आईएएस बनने के लिए बहुत ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है और ऐसे ही मेहनत के बल पर एक आईएएस ऑफिसर बनते हैं। दोस्तों आईएएस ऑफिसर बनना कोई बच्चों का खेल नहीं है इसमें बहुत ज्यादा मेहनत लगती है।

यही कारण है कि हमारे भारत में 1 साल में कई लाख लोग एक साथ आईएएस एग्जाम देते हैं लेकिन उनमें से 180-300 बच्चे ही यूपीएससी क्वालीफाई कर पाते हैं। इनमें से एक आईएएस रवि कुमार सिहाग भी है जो कि हाल ही में 2021 मैं यूपीएससी की 18वीं रिंग हासिल की थी।

Ravi Kumar Sihag Biography in Hindi
Ravi Kumar Sihag Biography in Hindi

आज के इस लेख में हम रवि कुमार सिहाग बायोग्राफी इन हिंदी, रवि कुमार सिहाग मार्कशीट रवि कुमार सिहाग कॉलेज रवि कुमार सिहाग का गांव रवि कुमार सिहाग का यूपीएससी लाइफ रवि कुमार सिहाग का अतिरिक्त विषय रवि कुमार सिहाग का मैट्रिक मार्कशीट रवि कुमार से आपका ट्वेल्थ मार्कशीट इत्यादि के बारे में साथ ही Ravi Kumar Sihag Biography in Hindi के बारे में पूरी जानकारी जाने वाले हैं।

Ravi Kumar Sihag Biography in Hindi

पूरा नामरवि कुमार सिहाग
पूरा नाम रवि कुमार सिहाग
निकनेम रवि
जन्म तिथि13 जुलाई 1992
रवि सिहाग की उम्र27 साल (2022)
रवि सिहाग का गांव Chak 3BM, विजय नगर, श्री गंगा नगर, राजस्थान भारत
लोकपिर्यताUPSC टॉपर हिंदी माध्यम
ऑल इंडिया रैंक 18वीं (2021)
रोल नंबर6624586
वैकल्पिक विषयहिंदी साहित्य
UPSC एग्जाम माध्यमहिंदी
स्नातकराजनीति विज्ञान, अर्थशास्त्र और अंग्रेजी
स्कूल न्यू ऑफ सीनियर सेकंडरी स्कूल, श्रीगंगानगर
कॉलेजशारदा कॉलेज, श्रीगंगानगर
नागरिकताभारतीय
वैवाहिक स्थितिअविवाहित
रवि कुमार की सैलरी56,000/- माह
रवि सिहाग UPSC कुल मार्क्स1022
पिता का नामराजकुमार सिहाग बिश्नोई
पिता की पेशाकिसान
माता का नामविमला देवी
माता की पेशाहाउसवाइफ
बहनपूनम सिहाग, रवीना सिहाग, कोमल सिहाग

कौन है Ravi Kumar Sihag?

Ravi Kumar Sihag फिलहाल अभी एक आईएएस ऑफिसर है। रवि कुमार सिहाग का जन्म राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में हुआ है। रवि कुमार सिहाग एक मध्यम वर्ग परिवार से आते हैं। उनके पिताजी का नाम राजकुमार सिहाग विश्नोई है।

Ravi Kunar Sihag का माता का नाम विमला देवी है जो कि एक हाउसवाइफ है। जैसा कि आप सभी को बताया गया है कि रवि कुमार सिहाग एक सिंपल बैकग्राउंड फैमिली से आते हैं उनके पिताजी एक किसान हैं और अपनी खेती बाड़ी करके परिवार का पालन पोषण करते हैं।

अभी रवि कुमार सिहाग एक सफल आईएएस ऑफिसर बन चुके हैं। आप सभी को बता दूं कि सभी यूपीएससी छात्रों के लिए अभी के लिए रवि कुमार सिहाग एक रोल मॉडल की तरह है। क्योंकि रवि कुमार सिहाग ने काफी मेहनत करके तीन बार यूपीएससी अटेम्प्ट्स करके चौथी बार में ऑल इंडिया रैंक में 18वीं स्थान प्राप्त किया है।

रवि कुमार सिहाग इतने ज्यादा फेमस किस लिए भी हैं क्योंकि इन्होंने यूपीएससी की परीक्षा हिंदी माध्यम से की है और काफी ज्यादा मार्क्स प्राप्त किए हैं। यही कारण है कि यह भी बहुत ज्यादा फेमस है और लोग इनको बहुत ज्यादा फॉलो करते हैं। आगे आपको रवि कुमार सिहाग के जीवन परिचय और पूरी जीवनी मिलेगी। जिसे पढ़कर आप गर्व से यूपीएससी पास करने के लिए ताबड़तोड़ मेहनत करने लगेंगे।

रवि कुमार सिहाग की फैमिली के बारे में?

रवि कुमार सिहाग की फैमिली की बारे में बात किया जाए तो उनके माता-पिता के अलावा उनके तीन बहने हैं। जैसा कि आपको पहले ही बता दिया गया है कि आईएस रवि कुमार एक मध्यम वर्ग परिवार से आते हैं और उनके पिताजी एक किसान हैं। उनकी बहन की बात किया जाए तो उनकी एक बहन जो बड़ी है पूनम सिहाग हुआ हाउसवाइफ है।

दूसरी बहन रवीना सिहाग वह एक अंग्रेजी के शिक्षक है और तीसरी बहन कोमल सिहाग जो कि एक कृषि पर्यवेक्षक है। रवि कुमार सिहाग फिलहाल अभी दिल्ली में रहते हैं क्योंकि उन्होंने यूपीएससी की पढ़ाई के लिए दिल्ली आ गया था। और अभी फिलहाल दिल्ली में ही रहते हैं आपको बता दें कि वह चौथी बार सफल यूपीएससी के छात्र बन चुके हैं।

रवि कुमार सिहाग का जन्म

रवि कुमार सिहाग का जन्म 13 जुलाई 1992 मैं राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में हुआ है। उनके शुरुआती पढ़ाई वही के मतलब कि श्रीगंगानगर जिले में ही हुई है। साथी आपको यह भी बता दो कि रवि कुमार अपनी स्नातक की डिग्री शारदा कॉलेज श्रीगंगानगर जिले में हुई है। मतलब यह है कि रवि सिहाग अपनी पूरी पढ़ाई गांव में रहकर ही किया है।

कला संकाय से स्नातक करने के बाद उन्होंने यूपीएससी एग्जाम देने के बारे में सोचने लगा आपको बता दें कि उनके जज्बात में यूपीएससी के लिए जी जान से पास करने की हिम्मत थी। यही कारण है कि तीन बार यूपीएससी एग्जाम देने के बावजूद भी उन्होंने चौथी बार अपनी पूरी मेहनत और लगन के साथ अच्छे मार्क्स के साथ ऑल इंडिया रैंकिंग में यूपीएससी की 18 वीं रैंक हासिल किया है।

Ravi Kumar Sihag Education

रवि सिहाग ने ने शुरुआती पढ़ाई अपने गांव के ही स्कूल में न्यू सेकेंडरी हाई स्कूल श्रीगंगानगर से की थी। उसके बाद उन्होंने अपनी b.a. की पढ़ाई के लिए शारदा कॉलेज श्रीगंगानगर मैं नामांकन किया था। वहां से उन्होंने सफलतापूर्वक स्नातक की डिग्री हासिल की और फिर आगे यूपीएससी परीक्षा के लिए तैयारी में जुट जाएं।

उन्होंने अपनी यूपीएससी की पढ़ाई के लिए बहुत कड़ा मेहनत करने लगा और दिन रात एक करके पढ़ाई करने लगा इस तरह से उन्होंने तीन बार एग्जाम दिया। आपको यह भी बता दूंगी पिछले तीनों एग्जाम में उन्होंने यूपीएससी क्वालीफाई किया था लेकिन रैंक कम होने के कारण उन्हें आईएस की पोस्ट नहीं मिली थी यही कारण है कि उन्हें फिर से चौथी बार यूपीएससी की परीक्षा देनी पड़ेगी जिसमें उन्होंने हिंदी माध्यम से 18 बी स्थान प्राप्त करके हिंदी माध्यम के छात्रों के मन में उमंग ला दिया था

रवि कुमार सिहाग की UPSC Life

IAS Ravi Kumar Sihag ने अपनी यूपीएससी पढ़ाई के लिए किसी खास प्रकार के ही कोचिंग की सहायता नहीं ली थी उन्होंने ज्यादातर खुद के हैं पढ़ने के अंदाज से यूपीएससी पास की थी। साथ ही आपको यह भी बता दो कि उन्होंने अंतिम समय में दृष्टि आईएएस की कोचिंग ज्वाइन की थी और दिल्ली में पढ़ाई कर रहे थे।

लेकिन फिर भी उन्होंने किसी भी प्रकार की कोचिंग पर ध्यान नहीं दिया और अपनी सेल्फ स्टडीज करके ही इतनी बड़ी मुकाम हासिल किया है। प्रायः ऐसा सुना जाता है कि यूपीएससी में मतलब के आईएएस परीक्षा में हिंदी माध्यम में पढ़ने वाले छात्रों को काफी ज्यादा दिक्कत का सामना करना पड़ता है।

ऐसा माना जाता है कि इंग्लिश माध्यम से पढ़ने वाले आईएएस परीक्षा हिंदी माध्यम से पढ़ने वाले छात्र कम सफल होते हैं। क्योंकि हिंदी माध्यम में बहुत सारी किताबें उपलब्ध है। और हिंदी माध्यम में यूपीएससी की तैयारी करने के लिए बहुत कम किताब है और बहुत कम ही कंटेंट उपलब्ध है।

साथ ही आपको यह भी बता दूं कि यूपीएससी परीक्षा में हिंदी माध्यम से पढ़ाई करने के लिए कोचिंग की व्यवस्था भी बहुत कम है। क्योंकि ज्यादातर यूपीएससी कोचिंग इंग्लिश मध्यम में तैयारी करवाती है क्योंकि इंग्लिश मध्यम के छात्र यूपीएससी में ज्यादा सफल होते हैं यही कारण है कि लोग यूपीएससी में अंग्रेजी को ज्यादा मान्यता देता है और यूपीएससी की तैयारी अंग्रेजी माध्यम में करने की सलाह देता है।

Ravi Kumar Sihag Biography in Hindi कि इस लेख में हम Ravi Sihag के बारे में उनकी जीवन परिचय और संघर्ष बायोग्राफी के बारे में पढ़ रहे हैं।

रवि कुमार सिहाग के संघर्ष की कहानी

जैसा कि पहले ही बताया गया है कि रवि कुमार के माता पिता और खुद रवि कुमार एक नॉर्मल फैमिली बैकग्राउंड से आते हैं उनके माता-पिता किसान हैं और किसान का काम मतलब की खेती करने होते हैं।

रवि कुमार शुरुआती दिनों से ही काफी मेहनती थे उन्होंने स्नातक की डिग्री तक जब तक हवा अपने शहर में रहा था तब तक वह अपने पिताजी के साथ खेत पर काम करने जाते थे और अपने पिताजी के हाथ बढ़ाते थे।

वह बचपन से ही तेज छात्र और साथ ही वह अपने स्कूल के अच्छे छात्र भी रह चुके हैं। जब भी वह पढ़ाई करके घर वापस आते हैं वह अपने खेत में जाकर अपने पिताजी के साथ काम करते हैं हल चलाते हैं इत्यादि।

रवि कुमार सिहाग के संघर्ष इतना ही नहीं और अब यूपीएससी में आया तो उन्हें लोगों ने कहा कि हिंदी माध्यम से यूपीएससी में सफलता मिलने के चांस बहुत कम होते हैं यही कारण है कि तुम अंग्रेजी माध्यम से तैयारी करो।

लेकिन उन्होंने अपनी स्नातक की डिग्री b.a. हिंदी माध्यम से की थी यही कारण है कि उन्हें अंग्रेजी माध्यम में पढ़ना सही नहीं लगा और वह हिंदी माध्यम से ही बहुत ज्यादा मेहनत करने लगा।

Ravi Kumar UPSC Attempt in Hindi

रवि सिहाग यूपीएससी 4 बार दिया था जिसमें उन्होंने तीन बार सफलता हासिल की है। अब आपको हम सिलसिलेवार तरीकों से एक-एक करके रवि कुमार सिहाद की यूपीएससी अटेम्प्ट्स के बारे में जानकारी देने वाले हैं ताकि आपको रवि कुमार सिहाग बायोग्राफी इन हिंदी की इस लेख को पूरा कर सकूं।

Ravi Kumar Sihag UPSC First Attempt

रवि कुमार सिहाग अपनी ग्रेजुएशन की डिग्री पूरी करने के बाद 2017 से ही यूपीएससी की तैयारी में लग गए थे। उन्होंने पहली बार यूपीएससी परीक्षा 2018 में दिया था जिसमें उन्होंने 337 वी रैंक हासिल किया था।

उस्मान उन्हें भारतीय रेल यातायात सेवा (IRTS) की नौकरी प्राप्त हुई है उन्होंने उस नौकरी को ज्वाइन कर लिया और अपनी यूपीएससी की पढ़ाई जारी रखें। क्योंकि काफी ज्यादा मध्यमवर्ग परिवार से आने के कारण उन्हें यह जॉब ज्वाइन करना सही लगा था। उसके बाद फिर उन्होंने यूपीएससी की तैयारी करने लगे जब उन्हें नौकरी के बाद टाइम मिलती थी।

Ravi Kumar Sihag UPSC Second Attempt

रवि कुमार सिहाग ने फिर से रेलवे वाली जॉब करते हुए उन्होंने यूपीएससी की अच्छी तरह से तैयारी की और उन्होंने 2019 में फिर से यूपीएससी परीक्षा दिया था। उस बार उन्हें 317 वी ऑल इंडिया रैंक हासिल हुआ था।

इस बार उन्हें इंडियन डिफेंस अकाउंट सिस्टम (IDAS) की नौकरी प्राप्त हुई उन्होंने तुरंत ही रेलवे वाली जॉब से इस्तीफा दे दिया और फिर डिफेंस में ज्वाइन कर ली। इनकी डिफेंस वाली जॉब में उन्हें ज्यादा टाइम मिलती थी और उन्हें यूपीएससी के लिए अधिक टाइम पढ़ने के लिए मिल जाया करती थी। साथ ही आप मुझे भी बता दूंगी उन्होंने दूसरी बार एग्जाम देने के बावजूद भी तीसरी बार एग्जाम देने के लिए तैयारी करने लगे।

Ravi Kumar Sihag UPSC Third Attempt

रवि कुमार सिंह ने 2020 में तीसीबार यूपीएससी एग्जाम दिया और उन्होंने इस बार किसी कारणवश उन्हें ज्यादा न करने के कारण प्रीमेंस में छठ दिया गया था। फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी और उन्होंने अपनी पूरी ताकत लगाकर अग्निबाण यूपीएससी परीक्षा देने के मन से पूरी तैयारी के साथ आगे बढ़े।

Ravi Kumar Sihag UPSC Fourth Attempt

पिछली बार खराब रिजल्ट के कारण उन्होंने इस बार यूपीएससी परीक्षा के लिए काफी ताबड़तोड़ मेहनत किए थे और उन्होंने आखिरकार 2021 में यूपीएससी में एग्जाम दिया और फिर यूपीएससी ऑल इंडिया रैंक 17 वी स्थान प्राप्त किया।

या उनके जीवन में कभी ना भूलने वाली घटना था क्योंकि जिस चीज का सपना हुआ 6 साल पहले देखा करता था कि हम एक आईएएस ऑफिसर बनेंगे। वह सपना 3 साल एग्जाम देने के बाद चौथी बार में सफलतापूर्वक हाथ लगी।

आपको बता दें कि उन्होंने सिर्फ अच्छी रहेंगे ही नहीं बल्कि पूरी हिंदी माध्यम फिर तैयारी करने वाले यूपीएससी छात्रों के लिए एक रोल मॉडल बन गया था। क्योंकि अभी तक हिंदी माध्यम के छात्रों को यूपीएससी में इतना ज्यादा मार्क्स नहीं आया था।

Drishti IAS

जैसा की कहावत में कहा जाता है कि मेहनत के आगे सफर दम दम तोड़ देती है। इस बात को रवि कुमार ने यह साबित कर दिया है कि मुश्किल चाहे कितनी भी बड़ी हो सफलता मेहनत के आगे कुछ भी नहीं है। अगर सही दिशा में मेहनत किया जाए तो निश्चित ही सफलता मिलती है यह बात को रवि कुमार सिहाग ने साबित कर दिया है और वह अभी भी हिंदी माध्यम के यूपीएससी छात्रों के लिए रोल मॉडल है और आजकल इंटरनेट पर काफी वायरल भी है।

रवि कुमार सिहाग की अतिरिक्त विषय

रवि कुमार अपने यूपीएससी पढ़ाई के लिए हिंदी माध्यम की विषय को चुना था। क्योंकि b.a. की पढ़ाई करने के बाद होने हिंदी माध्यम में काफी ज्यादा रुचि आ गए थे और उन्होंने राजनीति विज्ञान इंग्लिश उसके साथ सफलतापूर्वक स्नातक की डिग्री पूरी की थी।

इस वजह से रवि कुमार का झुकाव हिंदी माध्यम की तरफ से ज्यादा था। और उन्होंने हिंदी माध्यम को ही यूपीएससी के लिए चुना था जिसमें उन्हें काफी ज्यादा मेहनत करने के बाद आखिरकार सफलता मिल गई।

रवि कुमार सिहाग का किताब की लिस्ट

रवि कुमार सिहाग मार्कशीट

रवि कुमार सिहाग का सोशल मीडिया एकाउंट

यूपीएससी हिंदी माध्यम से अच्छे मार्क्स से पास होने के बाद उन्हें लोगों ने काफी ज्यादा पॉपुलर बना दिया था। जिसके बाद उन्होंने अपनी सोशल मीडिया अकाउंट पर भी एक निश्चित समय देने लगा है। नीचे है रवि कुमार यहां की सोशल मीडिया अकाउंट की जानकारी दिया गया है इस पर क्लिक करके आप उनसे जुड़ सकते हैं।

रवि कुमार सिहाग के बारे में

आज के इस लेख में Ravi Kumar Sihag Biography in Hindi, Ravi Kumar Sihag Wikipedia in Hindi, आईएएस रवि कुमार का जीवन परिचय के बारे में जानकारी दिया गया है। यदि आपको यह जानकारी पसंद आई है तो कृपया अपने दोस्तों के साथ शेयर करें और हमारी सोशल मीडिया अकाउंट को जरूर फॉलो करें।

रवि कुमार सिहाग की पढ़ाई कहाँ से हुई है?

रवि कुमार सिहाग की पढ़ाई हिंदी माध्यम से हुई थी और उन्होंने दिल्ली से दृष्टि आईएएस कोचिंग से तैयारी की थी।

रवि कुमार सिहाग किस उम्र में आईएएस बने है?

रवि कुमार सिहाग 26 साल के उम्र में आईएएस बने है?

रवि कुमार सिहाग का UPSC Subject क्या थी?

रवि कुमार सिहाग आईएएस परीक्षा में हिंदी साहित्य से की थी।

रवि कुमार सिहाग की शादी?

रवि कुमार सिहाग की सदी अभी नहीं हुई है।

रवि कुमार सिहाग का गांव का नाम क्या है?

रवि कुमार सिहाग का गांव का नाम विजय नगर है जो श्री गंगानगर, राजस्थान में है।

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