Vikas Divyakirti Biography in Hindi – डॉ विकास दिव्यकिर्ती जीवन परिचय

Vikas Divyakirti Biography in Hindi: विकास दिव्यकीर्ति एक पूर्व आईएएस ऑफिसर है जिन्होंने शिक्षक बनने के लिए अपनी आईएएस की नौकरी को भी छोड़ दिया था। यदि आप आईएससी आईपीएस की तैयारी कर रहे हैं तो उम्मीद है कि आप डॉ विकास दिव्यकीर्ति को अच्छी तरह से जानते होंगे।

1976 ईस्वी में जन्मे डॉ विकास दिव्यकीर्ति अभी पैसे से एक कोचिंग ए संस्थापक और एक लेखक भी है। दोस्तों विकास दिव्यकीर्ति का जन्म एक छोटा सा स्टेट हरियाणा में हुआ है लेकिन उनका परिवार कुछ ही दिनों के बाद दिल्ली शिफ्ट हो गया था।

क्या आपको पता है कि भारत में सबसे बड़ी आईएएस कोचिंग इंस्टीट्यूट कौन सी है। दोस्तों आप सभी को पता होगा कि डॉ विकास दिव्यकीर्ति जी कौन है और वह एक आईएएस ऑफिसर है या नहीं और वे अभी क्या करते हैं।

ऐसा तो नहीं हुआ कि आप सभी लोगों को डॉ विकास दिव्यकीर्ति के बारे में नहीं जानते होंगे। क्योंकि जो लोग आईएएस की तैयारी करते हैं। ऐसा कभी जिंदगी में हो ही नहीं सकता किसी एक आईएस छात्र-छात्रा डॉ विकास स्वीकृति के बारे में किसी और से पूछने की जरूरत पड़े।

क्योंकि डॉ विकास दिव्यकीर्ति ही दृष्टि आईएएस कोचिंग के संस्थापक है और अभी दिल्ली में उनकी संस्था चलती है। आप सभी को बता दूं कि डॉ विकास स्वीकृति की संस्था दृष्टि आईएएस पूरे भारत में अभी आईएस संस्था में से एक है।

Vikas Divyakirti Biography in Hindi किस पोस्ट में आज हम डॉ विकास दिव्यकीर्ति बायोग्राफी इन हिंदी, डॉ विकास दिव्यकीर्ति की शिक्षा, Vikas Divyakirti Wikipedia in Hindi, डॉ विकास दिव्यकीर्ति के परिवार, डॉ विकास दिव्यकीर्ति के पत्नी का नाम, डॉ विकास दिव्यकीर्ति जी का जीवन परिचय तथा उनके बारे में संपूर्ण जानकारी में दिया जाएगा।

Table of Contents

Vikas Divyakirti Biography in Hindi

असली नाम डॉ विकास दिव्यकिर्ती
उपनाम विकास सर
कार्य पूर्व आईएएस, आईएएस शिक्षक
संस्था का नाम Drishti IAS
लंबाई 5 फिट और 6 इंच
आंखों का रंगकाला
बालों का रंगकाला
जन्मतिथि 26 दिसंबर, 1973
उम्र 39 साल (2022)
जन्मस्थान हरियाणा भारत
वर्तमान पता दिल्ली, भारत
गृहनगर हरियाणा
माता का नाम ज्ञात नही
पिता का नाम ज्ञात नही
बहन ज्ञात नही
भाई ज्ञात नही
राष्ट्रीयता भारतीय
शिक्षा B.A. हिंदी साहित्य में M.A., M.Phil और PhD
धर्म हिन्दू
शौक किताबें पढ़ना
वैवाहिक स्थिति विवाहित
पत्नी तरुण वर्मा
यूट्यूब चैनल Drishti IAS

डॉ विकास दिव्यकिर्ती कौन है? – Who is Dr. Vikas Divyakirti

Vikas Divyakirti Biography in Hindi
Vikas Divyakirti Biography in Hindi

डॉ विकास दिव्यकीर्ति का जन्म 26 दिसंबर 1973 को हरियाणा राज्य में हुआ था। उनके माता-पिता एक हिंदी साहित्य के प्रोफेसर रहे हैं। इस कारण से Dr. Vikas Divyakirti को भी हिंदी साहित्य की याचिका से जानकारी थी।

डॉ विकास दिव्यकीर्ति एक पूर्व आईएएस ऑफिसर है उन्होंने दो बार आईएएस परीक्षा सफलतापूर्वक पास किया था। हालांकि अभी विकास दिव्यकीर्ति यूपीएससी की नौकरी छोड़ कर अपनी आईएएस शिक्षा संस्था दृष्टि आईएएस का संचालन कर रहे हैं

Drishti IAS एक बहुत बड़ी आईएस की तैयारी कराने वाली संस्था है। इसका संचालन एक बहुत बड़े विद्यमान डॉ विकास दिव्यकीर्ति कर रहे हैं। आप सभी को बता दें कि भारत की एकलौती हिंदी आईएएस एग्जाम तैयारी कराने वाली दृष्टि आईएएस पहली संस्था है। जोकि सफलतापूर्वक हिंदी की आईएस तैयारी कर आती है।

पिछले साल ही दृष्टि आईएएस की बहुत सारी छात्र-छात्राएं यूपीएससी में सफलता पाई है वह की हिंदी मीडियम की। हाल ही में अभी आईएएस रवी कुमार सिहाग दृष्टि आईएएस से हिंदी साहित्य से हो हिंदी मीडियम से 15वीं रैंक हासिल किए थे।

आईएएस रवी कुमार सिहाग ग्राफ इन हिंदी

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डॉ विकास दिव्यकीर्ति अभी वर्तमान के सबसे बड़े हाईएस्ट शिक्षक हैं जो कि बहुत ज्यादा प्रचलित है। आपको बता दें कि डॉ विकास टीवी के पीजी हरियाणा के एक छोटे से गांव में जन्मे जिसके माता-पिता एक सरकारी टीचर थे। और वे अपने दम पर दोबारा आईएएस क्वालीफाई कर चुके हैं।

जैसा की आप सभी को बताया गया है कि डॉ विकास दिव्यकीर्ति दो बार आईएएस एग्जाम दे चुके हैं। दोनों बाहर होने आईएएस एग्जाम में सफलता मिले थे। लेकिन उन्हें अपनी मनपसंद जगह पर नौकरी नहीं मिलने के कारण वे आईएएस की नौकरी से इस्तीफा दे दिए थे।

फिर बाद में उन्होंने 1996 मैं सभी नौकरियों को छोड़कर अपनी शिक्षा संस्थान दृष्टि आईएएस की स्थापना की और वे एक सफल आईएस अध्यापक बन गए।

सिविल सेवा परीक्षा की बात करें तो डॉ विकास दिव्यकीर्ति की संस्था में मतलब की दृष्टि आईएएस में आज करीब एक लाख से ज्यादा छात्र-छात्राएं आईएस की तैयारी करते हैं। यही कारण है कि आज डॉ विकास दिव्यकीर्ति इतने सफल हो पाए हैं।

दोस्तों अगर वह एक आईएएस ऑफिसर बन नहीं जाते तो वह अपनी जिंदगी सुधार सकते थे। लेकिन वह भी एक अध्यापक बनकर भारत के लगभग सभी लोग उनके बारे में जानते हैं और वे एक चर्चित आईएस शिक्षक हैं।

जो पहली बार आई है पास किए थे तो उनकी नौकरी गृह मंत्रालय में लगी थी। लेकिन उन्होंने वह नौकरी को छोड़ दिया और अपने मनपसंद का काम करने लगा था। मतलब की पढ़ाई लिखाई के बारे में सोचने लगा था। उन्होंने कुछ दिन किसी इंस्टिट्यूट और कॉलेज में भी पढ़ाया करता था।

आप सभी को बता दो कि डॉ विक्रांत भी करते थे बचपन से इतने अमीर नहीं है कि वह अपना सभी शौक पूरा कर सकें। बचपन में उन्हें पढ़ाई करने के लिए कई बार बहुत ज्यादा मेहनत करने पड़े थे। डॉ विकास दिव्यकीर्ति जी अपनी एक इंटरव्यू में कहती हैं, कि उन्होंने अपनी पढ़ाई के लिए रोड पर चलकर डिक्शनरी की किताबें बेची थी।

इस बात से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि डॉक्टर विकास तभी कितनी भी अपने समय में कितनी ज्यादा मेहनती हुआ करते थे। यही कारण है कि उन्होंने अपने ही दम पर दो बार हम भारत की सबसे कठिन परीक्षा सिविल सेवा में आईएएस परीक्षा को सफलतापूर्वक पास किया था।

Dr. Vikas Divyakirti अभी के समय में एक चर्चित यूट्यूबर भी है। उन्होंने 2017 में अपनी पहली यूट्यूब चैनल स्टार्ट किया था। लेकिन 2022 आते-आते उनकी यूट्यूब चैनल को इतना ज्यादा ग्रो देखने को मिला है कि अभी हुआ यूट्यूब में एजुकेशन चैनल में दूसरे या तीसरे नंबर पर है।

उसके यूट्यूब चैनल पर अभी लगभग एक मिलियन से भी ज्यादा सब्सक्राइब और है जो प्रतिदिन डॉ विकास दिव्यकीर्ति यूट्यूब चैनल पर रोजाना आते हैं और उनकी एजुकेशन वीडियो को हर रोज देखते हैं।

कई बार भी अपने यूट्यूब चैनल पर अपनी क्लास की लाइव क्लास भी अपलोड कर देते हैं। उसके कारण उसके यूट्यूब चैनल पर आज भी बहुत सारे लोग बहुत सारे ज्ञान लेते हैं। वे अपने यूट्यूब चैनल पर अपनी संस्था दृष्टि आईएएस के सिलेबस और आईएएस की तैयारी के बारे में छात्र छात्राओं को अच्छी-अच्छी किताबें और अच्छी-अच्छी सिलेबस के बारे में जानकारी देते हैं।

डॉ विकास दिव्यकीर्ति का जन्म कब हुआ था?

डॉ विकास दिव्यकीर्ति कहां जन्म 26 दिसंबर 1973 ईस्वी में भारत के हरियाणा राज्य में हुआ था। वे बचपन से ही पढ़ने लिखने में बहुत ज्यादा तेज था। अभी हमेशा अपनी कक्षा में है नंबर एक पर रहते थे और उनकी एक आदत बढ़िया चाहिए थी लोगों की मदद करना। उनकी आदत आज भी उन्हें एक अच्छा इंसान बनाती है।

डॉ विकास दिव्यकीर्ति के परिवार के बारे मे

अब जानते हैं कि भारत के सबसे पॉपुलर आईएस शिक्षक डॉ विकास दिव्यकीर्ति के परिवार के बारे में। आपको पता नहीं कि वे बचपन से ही बहुत ज्यादा सरल स्वभाव के थे। और उनके माता-पिता भी उतनी ही ज्यादा सरल स्वभाव के थे।

वैसे तो उनके माता-पिता का नाम इंटरनेट पर मौजूद नहीं है यही कारण से उनके माता-पिता का नाम अभी ज्यादा आदमी को नहीं पता है। लेकिन आप सभी को बता दें कि उनके माता-पिता दिल्ली में एक कॉलेज में हिंदी साहित्य के प्रोफ़ेसर थे।

Vikas Divyakirti के परिवार की बात करें तो डॉ विकास दिव्यकीर्ति सर की शादी हो चुकी है और उनके 1 बच्चे भी हैं। आपको बता देगी विकास दिव्यकीर्ति सर के वाइफ का नाम तरुण वर्मा है। साथ ही आपको यह भी बता दो कि विकास दिव्यकीर्ति जी का एक बेटा भी है जिसका नाम सात्विक दिव्यकीर्ति है। यह विकास दिव्यकीर्ति सर का इकलौता बेटा है।

डॉ विकास दिव्यकीर्ति की शिक्षा

डॉ विकास दिव्यकीर्ति एक हिंदी साहित्य की परिवार से बिलॉन्ग करते हैं। यही कारण है कि डॉ विकास दिव्यकीर्ति को हिंदी साहित्य में अच्छी जानकारी माना जाता है। क्योंकि वे हिंदी साहित्य में बहुत सारी पढ़ाई की है साथ ही आपको यह भी बता दें कि उन्होंने हिंदी साहित्य में रुचि रखते हुए अपनी शुरुआती शिक्षा में हिंदी साहित्य से ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन दोनों की डिग्री प्राप्त किया।

मैंने अपनी आगे पढ़ाई के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा है कि वे दिल्ली विश्वविद्यालय से इतिहास में बीए की डिग्री हासिल करने के साथ-साथ ग्रेजुएशन की डिग्री पूरी की थी। जैसा की आप सभी को पता होगा कि b.a. में जो ग्रेजुएशन करते हैं। उन्हें हिंदी और इतिहास की अच्छी पकड़ होती है यही कारण है कि उन्हें आज हिंदी आईएएस के अच्छे अध्यापक माना जाता है।

आगे चलकर डॉ विकास दिव्यकीर्ति जिन्हें फिलॉसफी में एमपी की पढ़ाई की और उन्होंने हिंदी साहित्य को दोबारा अपनी जिंदगी में लाने का प्रयास किया। आपको यह भी बताने की उन्होंने इतना ही नहीं पढ़ाई किया उन्होंने अपनी पढ़ाई आगे भी जारी रखा था।

डॉ विकास दिव्यकीर्ति जी की शिक्षा की बात किया जाए तो उन्होंने पीएचडी की शिक्षा भी हासिल किया था। साथ ही एलएलबी का शिक्षा भी हासिल किया था। आगे चलकर उन्होंने अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए यूजीसी जेआरएफ और समाजशास्त्र से नेट की परीक्षा भी पास की।

यही कारण है कि आज हिंदी साहित्य और हिंदी में आईएएस की तैयारी करने वाले लोग दृष्टि आईएएस को एक बार जरूर विजिट करते हैं। हमको पता नहीं की दृष्टि आईएएस में सिर्फ हिंदी माध्यम की आईएएस परीक्षा की तैयारी नहीं होती है बल्कि उसमें सभी भाषाओं के आईएएस परीक्षा की तैयारी किया जाता है।

दृष्टि आईएएस कोचिंग संस्था में अभी एक सौ से भी ज्यादा शिक्षक काम करते हैं और वे भारत के नाम 3 शिक्षकों में से एक हैं क्योंकि अपनी शिक्षा प्रणाली को बेहतर करने के लिए उन्होंने अच्छे-अच्छे शिक्षक को दृष्टि आईएएस में शामिल किया है। जो आईएस के बेहतर शिक्षा प्रदान कर सके और आईएएस ऑफिसर बनाने के लिए बेहतरीन कदम उठा सकें।

डॉ विकास दिव्यकीर्ति यूपीएससी लाइफ कैसी थी?

Dr. Vikas Divyakirti की बात करें तो अभी डॉ विकास दिव्यकीर्ति जी एक पूर्व आईएएस ऑफिसर जरूर है। लेकर उन्हें आईएएस अफसर बनने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था। आपको बता दें कि आईएस शिक्षक डॉ विकास दिव्यकीर्ति अपने माता-पिता से दूर रहकर हॉस्टल में पढ़ाई करते थे।

आपको पता नहीं कि उन्होंने अपनी यूपीएससी लाइफ में बहुत सारी दिक्कतों का सामना किया था। जिसके बारे में आज की इस लेख में हम जाने वाले हैं। विकास दिव्यकीर्ति सर शुरू से ही यूपीएससी की पढ़ाई करने के लिए तैयार थे। क्योंकि उन्हें बड़ी अच्छी तरीका से पता था कि आईएएस ऑफीसर क्या होता है और आईएएस ऑफिसर बनने के लिए कितनी ज्यादा पढ़ाई करना पड़ता है।

आपको पता नहीं कि विकास दिव्यकीर्ति शुरुआती दिनों से ही बहुत ज्यादा मेहनत करने लगे थे। लेकिन अभी आऊं विकास दिव्यकीर्ति जी के यूपीएससी लाइफ के बारे में जाने वाले हैं।

उन्होंने अपनी सभी डिग्रियां पूरी करने के बाद सोचा कि चलो अब आईएएस एग्जाम देते हैं। उन्होंने सफलतापूर्वक आईएएस एग्जाम की पढ़ाई की और सफलतापूर्वक आईएएस एग्जाम पास भी गया। यह परीक्षा डॉ विकास दिव्यकीर्ति जी की पहली यूपीएससी परीक्षा थी।

Vikas Divyakirti Wikipedia in Hindi

आपको बता दें कि उन्होंने पहली बार में हिंदी माध्यम से यूपीएससी परीक्षा देकर अच्छे अंक के साथ यूपीएससी परीक्षा पास कर लिए थे। साथ ही आपको यह भी बता देगी उन्होंने पहली नौकरी यूपीएससी परीक्षा पास करके गृह मंत्रालय में कर रहे थे।

आप सभी को पता होगा कि डॉ विकास दिव्यकीर्ति भी एक डीएम बनना चाहते थे। लेकिन उनकी यूपीएससी ऑल इंडिया रैंक में नंबर कम होने के कारण उन्हें डीएम नहीं बल्कि किसी और विभाग में कार्य के लिए भेजा गया था। लेकिन डॉ विकास दिव्यकीर्ति चाहते थे कि वह एक डीएम बने।

इसी मंशा से उन्होंने आईएएस एग्जाम भी दिया था क्योंकि उन्हें एक डीएम बनना था। लेकिन किसी कारणवश उनकी यूपीएससी परीक्षा में अच्छे मार्क्स ना होने के कारण किसी अन्य विभाग में उन्हें नौकरी करनी पड़ी थी। लेकिन उन्होंने कुछ दिन नौकरी करने के बाद ग्राम मंत्रालय वाली नौकरी से इस्तीफा दे दिया था।

इस बात से डरकर विकास दिव्यकीर्ति के माता-पिता बहुत ज्यादा गुस्सा हुआ था क्योंकि उन्होंने एक अच्छी खासी नौकरी को छोड़ दिया था। आप सभी को बता दे की विकास दिव्यकीर्ति के नौकरी छोड़ने पर उनके माता-पिता उनसे काफी नाराज थे। और उन्हें पूछ रहे थे कि तुमने इतनी अच्छी गृह मंत्रालय की नौकरी क्यों छोड़ी।

फिर उन्होंने कहा कि मुझे इस नौकरी में मन नहीं लग रहा था मुझे तो एकदम बनना था यही कारण है मैंने उस नौकरी से इस्तीफा दे दिया। तभी उन्होंने एक ही स्कूल में शिक्षक के लिए अप्लाई किया था लेकिन उन्हें कहा गया था कि जहां वह पहले गृह मंत्रालय में जॉब कर रहा था।

वहां से इस्तीफे वाली पेपर लाना जरूरी था इसी कारण से उन्हें शिक्षक की नौकरी भी नहीं मिल रही थी। कि जब उन्होंने गृह मंत्रालय से नौकरी छोड़ी थी तो वहां से उन्होंने पेपर लेना भूल गए थे या किसी कारणवश पेपर लेने में देरी हो रही थी।

डॉ विकास दिव्यकीर्ति अपने इस्तीफे वाले पेपर लेने के लिए पुनः गृह मंत्रालय जाते हैं और कागज से लेने के लिए आगरा करते हैं। लेकिन गृह मंत्रालय से यह कहा जाता है कि तुम्हें कुछ महीने रोकने पड़ेंगे तभी आपको यहां से इस्तीफे वाली पेपर मिलेगी।

डॉ विकास दिव्यकीर्ति अभी क्या है?

डॉ विकास दिव्यकीर्ति अभी एक आईएएस शिक्षक है और अपनी खुद की शिक्षा संस्थान दृष्टि आईएएस का संचालन करते हैं। इस शिक्षा संस्थान की खोज उन्होंने सभी नौकरियों का इस्तीफा देने के बाद किया था। दृष्टि आईएएस अभी भारत के सबसे अच्छी आईएएस की तैयारी करने वाले संस्थानों में से एक हैं।

डॉ विकास दिव्यकीर्ति के संघर्ष की कहानी

डॉ विकास देवी कीर्ति के जीवन संघर्ष के बारे में बात किया जाए तो वह जिंदगी में बहुत ज्यादा संदेश किए थे। क्योंकि उन्होंने शुरुआत से ही पढ़ाई में ज्यादा मेहनती होने के कारण ज्यादा टाइम और ज्यादा देर तक पढ़ाना पड़ता था। साथ ही आपको यह भी बता दें कि उनके माता-पिता हिंदी साहित्य के शिक्षक थे जिस कारण से उन्हें काफी ज्यादा पढ़ने पड़ते थे घर में भी।.

उसके बाद उन्होंने जब आईएएस की परिचय देती है तो अच्छी रहे कि नहीं होने के कारण उन्हें काफी बुरा लगा। आपको यह भी बता दे आईएएस एग्जाम देने के बाद डॉ विकास दिव्यकीर्ति है कि नौकरी गृह मंत्रालय में लगे थे। लेकिन वहां यह नौकरी उन्हें पसंद नहीं आया था और वह इस नौकरी को इस्तीफा दे दिया था।

डॉ विकास दिव्यकीर्ति जी कहते हैं कि जब वह कॉलेज में पढ़ रहे थे तो उनके पास पैसों की ज्यादा कमी होती थी। कभी भी रोड पर डिक्शनरी तथा अन्य सामग्री बेचकर अपना गुजारा किया करता था। ऐसा नहीं है कि उनके माता-पिता एक गरीब समुदाय से थे। लेकिन विकास दिव्यकीर्ति को घर से पैसा मांगना अच्छा नहीं लगता था।

एक बार फिर उन्होंने आईएएस की परीक्षा दी लेकिन इस बार भी उनकी अच्छी बैंकिंग नहीं थी। वेद थक हार कर इस परीक्षा की तैयारी करनी छोड़ दी और एक आईएएस इंस्टिट्यूट की स्थापना की थी। वह इंस्टिट्यूट कुछ दिन तक तो नहीं चला था लेकिन अचानक ऐसा चला कि भारत के सभी लोग आज दृष्टि आईएएस कोचिंग संस्थान के बारे में जानते हैं।

डॉ विकास दिव्यकीर्ति वर्तमान समय में क्या है

डॉ विकास दिव्यकीर्ति अभी वर्तमान में दृष्टि आईएएस कोचिंग संस्थान के संस्थापक प्रमुख है। और हुआ छात्र छात्राओं को आईएएस परीक्षा की तैयारी करवाते हैं। अभी तो दृष्टि आईएएस ऑनलाइन आईएएस परीक्षा की तैयारी करवाने लगे हैं। जिसमें कोई भी घर बैठे आईएएस परीक्षा की तैयारी कर सकते हैं वह भी दृष्टि आईएएस के जरिए से।

दृष्टि आईएएस कोर्स को ज्वाइन करने पर एक बार पेमेंट करने के पानी लिखने के लिए सारी सामग्री पोस्ट ऑफिस के जरिए छात्र के घर भेजे जाते हैं। दृष्टि आईएएस विजन आईएएस के जरिए ऑनलाइन लड़की लड़कियों को आई एस की तैयारी करवाते हैं। या व्यवस्था बीते दिनों लॉकडाउन के वजह से किया गया था जिन्हें अभी के समय में भी ज्यादा फेमस मिल रही है

दृष्टि आईएएस कोचिंग क्या है?

दृष्टि आईएएस कोचिंग संस्थान डॉ विकास दिव्यकीर्ति के द्वारा चालू किया गया है आईएएस कोचिंग संस्थान है। जिसमें लोग नामांकन कराकर आईएएस परीक्षा की तैयारी करते हैं। यह संस्था भारत की नामचीन संस्थाओं में से एक है जोकि पूरे भारतवर्ष में सबसे ज्यादा छात्र छात्राओं का आईएस में सिलेक्शन करवाती है।

दृष्टि आईएएस कोचिंग की स्थापना किसने की थी?

दृष्टि आईएएस कोचिंग संस्थान की स्थापना डॉ विकास दिव्यकीर्ति के द्वारा किया गया था। जब उन्होंने सभी नौकरियों से इस्तीफा दे दिया था तभी उसके पास कोई ऑप्शन नहीं बचा था आय के स्रोत का। तभी उन्होंने एक कोचिंग संस्थान दृष्टि आईएएस का उद्घाटन किया था।

डॉ विकास दिव्यकीर्ति की विशेषताएं

1. डाटा विकास दिव्यकीर्ति एक जाने-माने आईएस शिक्षक है जो पूरे भारतवर्ष में सबसे ज्यादा काबिल मनाया जाता है। उनकी पढ़ाने की काबिलियत और अंदाज देखकर अच्छे-अच्छे का मन मोह हो जाता है। और आईएएस की तैयारी के लिए विकास दिव्यकीर्ति की पढ़ाई बेहद ज्यादा महत्वपूर्ण माना जाता है।

2. क्योंकि यह एक ऐसी संस्था है जो देश में पड़ने वाले सभी आईएएस के साथ छात्रा इस संस्था में पढ़ने के लिए दूर-दूर से दिल्ली आते हैं। डॉ विकास दिव्यकीर्ति की दृष्टि आईएएस संस्था दिल्ली में है और जी ने भी दृष्टि आईएएस की ऑफलाइन की कक्षा लेनी होती है वह दिल्ली आना चाहते हैं।

3. दृष्टि आईएएस कोर्स फीस के बाद करें तो 1,00,000 से लेकर 1,20,000 तक की फीस हो सकती है एक बार पैसे देने के बाद 5 साल तक दृष्टि आईएएस में तैयारी कर सकते हैं। हिंदी आप दृष्टि आईएएस में नामांकन कर आते हैं और उनकी फेस को एक बार पेमेंट कर देते हैं तो आपको दृष्टि आईएएस की तरफ से कॉपी और खिताब भी दिया जाता है।

विकास दिव्यकीर्ति माता सीता विवाद 2022 क्या थी?

कुछ दिन पहले डॉ विकास दिव्यकीर्ति देने अपनी संस्था में क्लास लेते समय सीता माता के बारे में पढ़ाया था। जिसके बाद कुछ तथाकथित लोगों के द्वारा उन वीडियो को एडिट करके लोगों के सामने पेश किया गया था।

भारत के कुछ तथाकथित लोगों का कहना था कि Dr. Vikas Divyakirti सीता माता के बारे में कुछ गलत कह रहे हैं लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं था। 2022 अक्टूबर नवंबर में यह घटना चरम सीमा पर थी। और लोग दृष्टि आईएएस और डॉ विकास दिव्यकीर्ति को बैन करने की मांग कर रहे थे।

फिर डॉक्टर विकास दिव्यकीर्ति भी एक इंटरव्यू में गए जो कि दा लल्लनटॉप शो में इस बात का जवाब दिया कि वह क्या कहे थे असल में। लेकिन लोगों ने उसकी वीडियो को तोड़ मरोड़ कर लोगों के सामने सोशल मीडिया पर पेश किया और वह वीडियो वायरल हो गई थी। जिस कारण डॉ विकास दिव्यकीर्ति जी के बारे में भारत में एक विवाद हो गया था। कुछ ही दिनों के बाद डॉ विकास दिव्यकीर्ति अपनी इंटरव्यू में एक जवाब देते हैं और फिर यह मामला शांत हो जाता है।

डॉ विकास दिव्यकीर्ति के बारे में

आज के इस लेख में हमने डॉ विकास दिव्यकीर्ति जीवन परिचय, डॉ विकास दिव्यकीर्ति बायोग्राफी इन हिंदी और Dr. Vikas Divyakirti Biography in Hindi के बारे में संपूर्ण जानकारी दिया गया है। उम्मीद है कि स्पेस के बाद आपको विकास दिव्यकीर्ति जी के बारे में जानने के लिए किसी और दूसरे पेज पर जाने की जरूरत नहीं होगी।

क्योंकि यहां आप लोगों को Dr. Vikas Divyakirti Biography in Hindi और डॉ विकास दिव्यकीर्ति जीवन परिचय के बारे में पूरी कंप्लीट जानकारी दिया गया है। विकास दिव्यकीर्ति के बारे में इतनी जानकारी काफी हो सकती है किसी के लिए भी। लेकिन यदि आपको विकास दिव्यकीर्ति सर के बारे में किसी और जानकारी चाहिए तो हमें नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट करें।

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FAQ

  • क्या विकास दिव्यकीर्ति आईएस है?

    जी हां, डॉ विकास दिव्यकीर्ति एक पूर्व आईएएस ऑफिसर हैं जिन्होंने कुछ दिन नौकरी करने के बाद फिर छोड़ दिया था।

  • डॉ विकास दिव्यकीर्ति के कितने बच्चे हैं?

    डॉ विकास दिव्यकीर्ति सर के एक ही बचे हैं जिसका नाम सात्विक दिव्यकीर्ति है।

  • दृष्टि आईएएस कोचिंग का मालिक कौन है?

    दृष्टि आईएएस कोचिंग संस्थान का संस्थापक यानी कि उसका मालिक डॉक्टर विकास दिव्यकीर्ति जी है।

  • दृष्टि आईएएस क्या है?

    दृष्टि आईएएस 1 आईएएस कोचिंग संस्थान है जहां आईएएस की पढ़ाई करवाया जाता है।

  • डॉ विकास दिव्यकीर्ति नेटवर्क?

    डॉ विकास दिव्यकीर्ति की इनकम सोर्स में से प्रमुख इनकम सोर्स उनके संस्थान बीटीआईएस है। जिसमें से डॉक्टर विकास दिव्यकीर्ति को प्रतिवर्ष लगभग एक करोड़ की आय होती है।

  • डॉ विकास दिव्यकीर्ति सरनेम?

    डॉ विकास दिव्यकीर्ति जी का पूरा नाम डॉ विकास दिव्यकीर्ति हुई है और इनका सरनेम दिव्यकीर्ति है।

  • डॉ विकास दिव्यकीर्ति ने क्यों छोड़ा आईएस है?

    यूपीएससी ऑल इंडिया रैंक में अच्छे नंबर नहीं होने के कारण उन्हें गृह मंत्रालय में नौकरी दिया गया था। जिनेवा नौकरी पसंद नहीं थी और उन्हें बाद में इस्तीफा दे दिया था।

  • डॉ विकास दिव्यकीर्ति की वाइफ का नाम?

    डॉ विकास दिव्यकीर्ति के वाइफ का नाम अरुण वर्मा है

  • विकास दिव्यकीर्ति का जन्म स्थान क्या है?

    डॉ विकास दिव्यकीर्ति खजानवा हरियाणा जिले में हुआ है।

  • विकास दिव्यकीर्ति का जन्म कब हुआ?

    डॉ विकास दिव्यकीर्ति का जन्म 17 नवंबर 1973 को हुआ था।

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